EPS Latest News 2023: कर्मचारी भविष्य निधि संगठन के EPFO कर्मचारी भविष्य निधि संगठन में EPS पर कैपिंग हटाने पर जल्द ही बड़ा फैसला लिया जा सकता है। EPS पर यह फैसला काफी समय से अटका हुआ है। इस फैसले में सुप्रीम कोर्ट जल्द फैसला ले सकता है।

EPS के बारे में आइए जानते हैं क्या है पूरा मामला
जब कोई कर्मचारी EPFO के लिए आवेदन करेगा तो वह भी EPS पेंशन योजना का सदस्य बन जाएगा। कर्मचारी और employer दोनों EPS खाते में अपनी वेतन का 12% योगदान करते हैं। 12% कर्मचारी EPFO में जा रहा है और 12% Employer में से 8.3% कर्मचारी EPFO में जा रहा है और अंतिम प्रतिशत कर्मचारी के EPS खाते में जा रहा है। चूंकि EPS की अधिकतम सीमा ₹15000 है। ऐसे में EPF में हर महीने ₹1250 जमा किए जा सकते हैं।
EPS Latest news 2023: अब कितनी हो सकती है आपकी पेंशन आइए जानते
इसको लेकर कर्मियों ने नई मांग उठाई थी कि EPS पेंशन से ₹15000 की सीमा समाप्त की जाए। नियम के अनुसार यदि किसी भी कर्मचारी की बेसिक वेतन ₹15000 या उससे अधिक है तो ₹1250 ही पेंशन के रूप में जमा किया जाता है। यदि कर्मचारी की बेसिक सैलेरी ₹10,000 है, तो उसके EPF खाते में केवल ₹833 जमा किया जाता है वह भी 8.33% के हिसाब से जमा किया जाता है।
चूंकि EPFO पेंशन की गणना अधिकतम 15,000 रुपये के वेतनमान को ध्यान में रखते हुए की जाती है, इसलिए मान लें कि कर्मचारी को पेंशन के रूप में केवल 7,500 रुपये मिलते हैं। कर्मियों ने मांग उठाई है कि 15000 की इस सीमा को खत्म किया जाए।
EPS की गणना कैसे की जाती है?
EPS फॉर्मूला = मासिक आय को पेंशन योगदान की संख्या से गुणा कर दिया जाता है और 70 से भाग भी किया जाता है। यदि किसी व्यक्ति की मासिक आय महीने के हिसाब से ₹15000 है और उसकी नौकरी करने की अवधि 30 वर्ष है, तो उसे केवल ₹6,828 प्रति माह पेंशन दी जाएगी । यदि EPS पेंशन की Limit ₹15000 से हटा दिया जाता है और आपकी आय 30,000 हो जाती है तो आपको इस Formula के अनुसार पेंशन मिलेगी 30,000 * 40/70 = 12,857 रुपये आपको मासिक पेंशन मिलेगी।
Employee Pension Scheme के नियम क्या है?
यदि आप अपनी पेंशन योजना की राशि निकालना चाहते हैं तो आप अपने खाते में जमा राशि को किसी भी समय निकाल सकते हैं। भले ही कर्मचारी को 6 महीने से अधिक समय के लिए काम पर रखा गया हो, कर्मचारी किसी भी समय अपनी पेंशन राशि निकाल सकता है।
कर्मचारी की साधारण आय का 12% इस EPFO को जाता है, उतनी ही राशि कर्मचारी के नाम पर कर्मचारी के PF खाते में कर्मचारियों के नाम से भी डालता है। यदि हम देखें तो कंपनी 12% में से 8.33% कर्मचारी के EPS में और 3.67% EPF में डालती है।
हाल ही में कर्मचारी भविष्य निधि संगठन EPFO की बचत योजना को तेजी से बढ़ाने के बारे में सोच रहा है। माना जा रहा है कि अधिकारी रिटायर्ड सेविंग्स स्कीम के लिए वेतन में भी उछाल ला सकते हैं। फिलहाल अभी तक इसकी सीमा ₹15000 तक है, जिसे बढ़ाकर ₹21000 करने पर विचार किया जा रहा है। जिन कंपनियों में कर्मियों की संख्या 20 से अधिक है, उन्हीं कंपनियों को अपने कर्मियों के लिए EPF खाता खुलवाना होगा। इसलिए सरकार कर्मियों के हित में बचत सीमा को ₹15000 से बढ़ाकर ₹21000 करने के लिए जल्द ही यह फैसला लेने जा रही है।
कर्मचारी भविष्य निधि संगठन के पास बजट की कमी के कारण यह गिनती कुछ समय के लिए अदालत में अटकी हुई है, उम्मीद की जा रही है कि इस साल सुप्रीम कोर्ट जल्द ही एक बड़ा फैसला सुनाएगा।