Investment Tips: जहां रिस्क है, वहीं कमाई हो सकती है। इसका मतलब यह है कि मुनाफ़ा हो सकता है और क्योंकि आमतौर पर कहा गया है कि रिस्क और कमाई साथ-साथ चलते हैं। यही कारण है कि निवेश करने से पहले आपको अपने निवेश से जुड़े सभी जोखिमों के बारे में पता होना चाहिए। इस तरह की स्थिति में, हम पूरे तथ्यों के साथ आने में सक्षम होते हैं कि निवेश पर आपको किस तरह का रिस्क मिल सकता है और इसे कैसे कम किया जा सकता है।

Investment Tips: रिस्क क्या है?
- हर फंडिंग में जोखिम होते हैं।
- स्टॉक, बॉन्ड, म्यूचुअल फंड्स और गोल्ड में भी होता है जोखिम
- मार्केटप्लेस मूवमेंट को ध्यान में रखते हुए बाज़ार में उतार-चढ़ाव
- बेहतर रिटर्न के लिए बेहतर जोखिम लेना बहुत जरूरी है।
- फंडिंग में रिस्क और रिटर्न दोनों महत्वपूर्ण हैं।
Investment Tips: निवेशक रिस्क को कैसे पहचानें?
- निवेशकों को अपने जोखिम के बारे में मालूम होना चाहिए।
- जोखिम लेने की क्षमता – मुख्य रूप से पूरी तरह से उम्र, फंडिंग अवधि, वापसी की उम्मीद पर आधारित है।
- समझें कि फंडिंग में कितना भरोसा किया जाता है।
- रिस्क के आधार पर असेट क्लास चुनें।
इन्फ्लेशन रिस्क को कैसे दूर करें?
- वहां निवेश करें जहां आपको पोस्ट इन्फ्लेशन रिटर्न ज्यादा मिले।
- नॉमिनल की जगह रियल रिटर्न देखें।
- नॉमिनल रिटर्न महंगाई को ध्यान में रखे बिना वाला रिटर्न है।
- लंबी अवधि में 12-14% का रिटर्न, महंगाई को मात देगा
- Debt और इक्विटी का उचित आवंटन करें।
इंटरेस्ट रेट रिस्क
- ब्याज दर का रिस्क कम ब्याज दर में फंसने की चिंता है
- जोखिम को संशोधित अवधि (MoD) पर मापा जाता है
- एमओडी – ब्याज दर में बदलाव के दौरान बाॅन्ड शुल्क की गति को बताता है
- बाॅन्ड का MoD 2 साल, ब्याज में 1% की वृद्धि, बाॅन्ड शुल्क में 2% की गिरावट
क्रेडिट रिस्क
- क्रेडिट जोखिम निवेश में डिफ़ॉल्ट जोखिम है।
- क्रेडिट जोखिम – कंपनी की क्षतिपूर्ति क्षमता को मापता है
- कंपनियों के पास खतरे के हिसाब से यूनिक स्कोर होते हैं
- एएए क्रेडिट रेटिंग- मतलब न्यूनतम क्रेडिट जोखिम
- क्रेडिट स्कोर रेटिंग जितनी कम होगी, क्रेडिट स्कोर का जोखिम उतना ही ज़्यादा होगा
करेंसी रिस्क
- करेंसी एक्सचेंज विदेशी के कारण इन्वेस्टमेंट पर प्रभाव
- यदि आप विदेशी मुद्रा पर पैसा खर्च करते हैं, तो गिरावट पर नुकसान हो सकता है।
- अमेरिकी निवेशक भारतीय बॉन्ड में निवेश करते हैं
- जब रुपया डॉलर के मुकाबले गिरता है तो निवेश पर वापसी बहुत कम होती है।
लिक्विडिटी रिस्क
- किसी संपत्ति को उचित मूल्य पर बेचने में सक्षम नहीं होने का जोखिम
- उच्च जोखिम अगर एक बड़ी कीमत पर संपत्ति को बढ़ावा देने में सक्षम नहीं है
- कई एसेट कैटेगरी में लिक्विडिटी का जोखिम ज्यादा है
- कई AIF-Alternate Investment Funds में लिक्विडिटी का खतरा