Post Office MIS Scheme: आपको बता दें कि पोस्ट ऑफिस समय-समय पर पोस्ट ऑफिस स्कीम (Post Office Scheme) लॉन्च करता रहता है। आज यहां हम आपको पोस्ट ऑफिस की एक ऐसी ही सुपरहिट स्कीम के बारे में बता रहे हैं। इस योजना के तहत आपको एकमुश्त पैसा जमा करना होता है और उसके बाद आप हर महीने पेंशन प्राप्त करते रह सकते हैं।

Post Office की MIS स्कीम
आपको बता दें कि पोस्ट ऑफिस की यह योजना है- पोस्ट ऑफिस मंथली इनकम स्कीम अकाउंट (MIS)। इस पोस्ट ऑफिस MIS योजना में कम से कम एक हजार 100 के गुणक में पैसा जमा किया जा सकता है। जबकि पोस्ट ऑफिस एमआईएस स्कीम में आप अधिकतम 4.5 लाख रुपए जमा कर सकते हैं।
वहीं, पोस्ट ऑफिस एमआईएस स्कीम जॉइंट अकाउंट की अधिकतम सीमा 9 लाख रुपये है।इस डाकघर एमआईएस योजना के तहत अधिकतम 3 व्यक्ति सामूहिक रूप से एक ज्वाइंट खाता खोल सकते हैं। यदि बच्चा नाबालिग है, तो उसके माता-पिता के नाम पर डाकघर एमआईएस योजना खाता खोला जा सकता है।
आपको बता दें कि 10 साल के बाद बच्चे के नाम पर पोस्ट ऑफिस एमआईएस स्कीम ए/सी भी खोला जा सकता है।
इस पोस्ट ऑफिस एमआईएस के तहत कम से कम एक हजार रुपये जमा किए जा सकते हैं, मासिक बिलों का भुगतान किया जाता है। वर्तमान में ब्याज शुल्क 6.6% है जो आसान दरों के आधार पर होना चाहिए।
5 साल की मैच्योरिटी
बता दें कि पोस्ट ऑफिस की इस पोस्ट ऑफिस मिस स्कीम की वयस्कता 5 साल है।डाकघर एमआईएस योजना खाता खोले जाने के 365 दिन बाद तक आप नकदी नहीं निकाल सकते हैं। अगर आप इसे 1-3 साल के दौरान बंद करना चाहते हैं तो आपके फंडामेंटल का 2 फीसदी काटा जा सकता है।वहीं, 3-5 साल के भीतर अंतिम खाते के लिए 1 फीसदी पेनाल्टी काटी जा सकती है।
4.5 लाख जमा करने पर प्रति माह 2475
MIS कैलकुलेटर के अनुसार, यदि डाकघर MIS योजना A/C में 50,000 रुपये का एकमुश्त जमा किया जाता है, तो उसे 05 साल के लिए प्रत्येक वर्ष 275 रुपये यानी प्रत्येक वर्ष 3300 रुपये मिलेंगे। यानी पांच साल में उसे कुल 16500 रुपये ब्याज के तौर पर मिलेंगे।आपको बता दें कि अगर कोई व्यक्ति पोस्ट ऑफिस एमआईएस स्कीम में 1,00,000 रुपये जमा करता है, तो उसे हर महीने 550 रुपये, हर साल 6600 रुपये और पांच साल में 33000 रुपये मिलेंगे।
मैच्योरिटी से पहले अगर मृत्यु हो जाती है
आपको बता दें कि Post Office MIS Scheme A/C में Maturity से पहले अगर किसी खाताधारक की मौत हो जाती है. यानी अगर मौत हो जाती है तो यह Post Office MIS Scheme A/C बंद हो जाता है। ऐसे में नॉमिनी को मूलधन वापस कर दिया जाता है। पोस्ट ऑफिस की इस MIS Scheme में जमा करने पर सेक्शन 80C के तहत डिडक्शन का लाभ नहीं मिलेगा, पोस्ट ऑफिस से पैसे निकालने या ब्याज से होने वाली आय पर भी टीडीएस नहीं काटा जाता है. हालांकि, यह ब्याज आय पूरी तरह से taxable है।